कहानी: किसान रामु और रामु का एक प्यारा घोड़ा था, जिसका नाम “राजा” था।
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक किसान रहता था जिसका नाम रामु था। रामु का एक प्यारा घोड़ा था, जिसका नाम “राजा” था। राजा सिर्फ एक साधारण घोड़ा नहीं था; वह गाँव के लोगों के लिए एक बहुत ही खास दोस्त था।
Relationship Ramu and Raja
रामु और राजा का रिश्ता बहुत गहरा था। रामु राजा का ध्यान रखता, उसे अच्छे से खिलाता, और दोनों एक साथ खेतों में काम करते। राजा हमेशा रामु की मदद करता था। वह न केवल खेतों में काम करता, बल्कि गाँव के अन्य किसानों की मदद करने के लिए भी तत्पर रहता।
राजा की मदद से सब सामान सुरक्षित स्थान पर लिए गए
एक दिन गाँव में एक बड़ा तूफान आया। बारिश इतनी तेज़ हुई कि गाँव का नदी का पानी बढ़ने लगा। सभी लोग परेशान हो गए और सोचने लगे कि वे अपने सामान को कैसे बचाएँ। रामु ने तुरंत सोचा कि राजा की मदद से वे सब मिलकर सामान को सुरक्षित स्थान पर ले जा सकते हैं।
रामु ने राजा को तैयार किया और गाँव के सभी लोगों को इकट्ठा किया। सभी ने मिलकर राजा की पीठ पर सामान लादना शुरू किया। राजा ने बहादुरी से काम किया, पानी में घुसकर सभी का सामान सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। उसकी ताकत और निष्ठा से गाँव के लोग बहुत खुश हुए।
राजा की तारीफ
तूफान के बाद, गाँव के लोग राजा की तारीफ करने लगे। उन्होंने कहा, “राजा सिर्फ एक घोड़ा नहीं है; वह हमारे गाँव का रक्षक है!” रामु ने गर्व से कहा, “राजा ने हमें दिखाया है कि वह एक सच्चा मित्र है, जो हमेशा हमारी मदद करने के लिए तैयार रहता है।”
उस दिन से, राजा को गाँव में सबसे अच्छा जानवर माना जाने लगा। लोग उसे प्यार से “गाँव का हीरो” कहने लगे। राजा ने सबको सिखाया कि एक अच्छा जानवर न केवल काम में मदद करता है, बल्कि सच्चा साथी भी होता है।
किसान रामु और राजा की दोस्ती गाँव में एक मिसाल बन गई। सभी ने समझा कि घोड़े सिर्फ तेज़ दौड़ने वाले जानवर नहीं हैं, बल्कि वे दिल के अच्छे और निष्ठावान साथी होते हैं।
समाप्त